12th Commerce के बाद कोर्स की सूची | After 12th Commerce Course List

12th Commerce के बाद कोर्स की सूची | After 12th Commerce Course List

आजकल कॉमर्स स्ट्रीम के पूर्व छात्रों के लिए बेहतरीन करियर विकल्प उपलब्ध हैं। इस पोस्ट में यह नि:शुल्क जानकारी दी गई है कि आप 12वीं कॉमर्स के बाद आपको करना कौन-सा कोर्स है और क्या यूजफुल होंगे। जैसे पर्यटन में नौकरी के करियर विकल्प, कस्टम इत्यादि।

 

1. बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com)

English: Bachelor of Commerce

Duration: 3 years

क्या बैचलर ऑफ काॅमर्स एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है?

बी कॉम- इसे बैचलर ऑफ कॉमर्स के नाम से जानते हैं। यह एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है। इसे 12वीं के बाद पर्टा जा सकता है। बीकॉम में एकाउंटिंग कोर्स, बैंकिंग, फाइनेंस और इनकम, टैक्स, बिजनेस संबंधित पाठ पढ़ाया जाता है। बीकॉम एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है। यह 3 साल 6 सेमेस्टर में विभाजित होता है।

बैचलर ऑफ काॅमर्स के लिए योग्यता क्या है?

बैचलर ऑफ काॅमर्स करने के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसके बाद आपको किसी बीकॉम कॉलेज में एडमिशन लेना होगा, और रेगुलर पढ़ाई करके इस कोर्स को पास कर सकते हैं। उसके बाद फाइनेंस बैंक बिजनेस या किसी बिजनेस स्टार्टअप में अपना करियर बना सकते हैं। यदि आप बिजनेस मैनेजमेंट या बिजनेस लॉ के बारे में पढ़ाई करना चाहते हैं तो यह एक बेहतरीन कोर्स है आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए इस कोर्स को कर सकते हैं।

बीकॉम क्या पढ़ाई है?

बीकॉम सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय अंडरग्रेजुएट डिग्री है जिसे विचार संपन्नता बढ़ाने के लिए बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसीज जैसे विषयों को सीखने का अवसर भी प्रदान करती है। कॉमर्स में डिग्री वाले छात्र आगे एमकॉम या एमबीए या प्रोफेशनल कोर्सेज जैसे CA, CS आदि कर सकते हैं

बीकॉम के विभिन्न फील्ड्स में कैरियर ऑप्शन के हैं।

बीकॉम के बाद यह तौर पर आप अकाउंटेंट, बिज़नेस अनालीस्ट, ऑडिटर, इकोनॉमिस्ट, फाइनेंस ऑफिसर, स्टॉक ब्रोकर, कंसलटेंट और बिजनेस प्लानर बन सकते हैं।

2. बैचलर ऑफ बिजनेस एड शन (BBA)मिनिस्ट्रे

English: Bachelor of Business Administration

Duration: 3 years

बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) व्यवसाय प्रबंधन के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए तीन साल का स्नातक कार्यक्रम है। यह कोर्स छात्रों को बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) छात्रों में प्रबंधन और नेतृत्व गुणवत्ता के कौशल सेट को विकसित करके प्रबंधकीय नौकरी की भूमिकाओं और उद्यमिता के लिए उपयुक्त बनाने के लिए बढ़ाता है। यह छात्रों के लिए सभी व्यावसायिक निर्माण और प्रबंधन अवधारणाओं को स्पष्ट करता है। यह पाठ्यक्रम छात्रों के निर्णय लेने के कौशल में सुधार पर भी काम करता है। कौशल की बेहतर गुणवत्ता के साथ, पाठ्यक्रम में भविष्य के लिए बहुत गुंजाइश है क्योंकि भारत एक विकासशील देश है और कई व्यावसायिक स्टार्ट-अप देश के विभिन्न कुशल लोगों से दिन-प्रतिदिन प्रोत्साहित कर रहे हैं।

3. कंपनी सेक्रेटरी (CS)

English: Company Secretary

DURATION: 3 - 4 years

किसी भी कंपनी या संस्था चाहे वह सरकारी हो या गैर सरकारी उसमें एक बहुत ही महत्वपूर्ण पद होता है जिसे हम कंपनी सेक्रेट्री कहते हैं यह पद वैधानिक रूप से कंपनी में कार्यों को जमीनी स्तर पर लागू करता है तथा उसके साथ साथ कंपनी के लिए संवैधानिक रूप से किए गए कार्यों की समीक्षा भी करता है यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पद माना जाता है जोकि कंपनी के द्वारा निकाली गई पॉलिसी को तथा काम करने के तरीके को कर्मचारियों के द्वारा सही दिशा निर्देश में कराने की एक जिम्मेदारी को पूरी करने के लिए कंपनी सेक्रेटरी की जरूरत होती है

इसके साथ-साथ आपने देखा होगा कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में जिसके कल कारखानों में होने वाले कार्यों को प्रशासन के तरफ से जारी दिशानिर्देश के अंतर्गत करने का कार्य भी कंपनी सेक्रेटरी का ही होता है जिसके द्वारा कंपनी में भारतीय विधि कानून के हिसाब से कार्य सुचारू रूप से चलाने का भी जिम्मा एक Secretary के ही ऊपर होता है।

 4. बैचलर ऑफ इकोनॉमिक्स (B.A. Economics)

English: Bachelor of Arts in Economics

DURATION: 3 years

Details: B.A. Economics : BBE का फुल फॉर्म बैचलर्स ऑफ बिज़नेस इकोनॉमिक्स (Bachelor of Business in Economics) होता है। बैचलर ऑफ बिजनेस इन इकोनॉमिक्स एक तीन साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इस कोर्स में इकोनॉमिक्स, बिजनेस और मैनेजमेंट के विषयों को पढ़ाया जाता है। BBE प्रोग्राम छात्रों को बैंकिंग, फाइनेंस, एकाउंटिंग और मार्केटिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करियर के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए BBE Full Form in Hindi और इसके अतिरिक्त अन्य जानकारी यहां दी गई 

5. कस्टम्स एंड ट्रेडिंग कोर्स

English: Customs and Trading Courses

Duration: 1-2 years

Details: इस संक्षिप्त कोर्स में तैयारी और डिप्लोमा/स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने की क्षमता छात्रों को प्रदान करता है। यहाँ कस्टम्स, ट्रेडिंग और एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट संबंधी प्रक्रियाओं के बारे में रखती है। ये ग्लोबल ट्रेडिंग और इंटरनेशनल बिजनेस में रुचि रखने वाले छात्र इस परीक्षा को चुन सकते हैं।

 

6. बैचलर ऑफ स्टैटिस्टिक्स (B.Stat.)

English: बैचलर ऑफ स्टैटिस्टिक्स

Duration: 3 वर्ष

बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम) स्टैटिस्टिक्स 3 साल की अवधि का एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है, जिसे 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। इस कोर्स में स्टैटिस्टिक्स यानि की सांख्यिकी में संख्यात्मक और श्रेणीबद्ध डेटा एकत्र करने, व्यवस्थित करने, विश्लेषण करने, व्याख्या करने और प्रस्तुत करने का ज्ञान शामिल है। सांख्यिकी और अर्थशास्त्र में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति जो अकाउंट्स, डेटा इंटरप्रिटेशन आदि में करियर की तलाश कर रहा है, वह इस कोर्स को कर सकता है।

 

7. BHM (बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट )

English: Bachelor of Hotel Management

Duration: 3 - 4 years

Details: यदि आपका होटल इंडस्ट्री में रुचि है तो BHM एक अच्छा माध्यम है। इस कोर्स के परिस्करण के दौरान आपको होटल मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी विभिन्न पहलुओं और कस्टमर सर्विस जुड़े कॉर्स के विषयों में जानकारी दी जाएगी।. आपको होटल, रिजॉर्ट्स, क्रूज और अन्य हॉस्पिटैलिटी व्यवसायों में नौकरी के अवसर निकल सकते हैं।

 

8. इंश्योरेंस और बैंकिंग कोर्सेज

English: Insurance and Banking Courses

Duration: 1-2 years

व्यावसायिक डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स: विशेषज्ञता विकास कार्यक्रम बैंकिंग और इंश्योरेंस के क्षेत्र में पेशेवर कैरियर के विकास के लिए शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग कोर्स भी उपलब्ध है। ये कोर्स आपको बैंकिंग प्रैक्टिस, इंश्योरेंस पॉलिसी, जोखिम प्रबंधन (Risk Management) आदि के बारे में पढ़ाएंगे | इन कोर्सेज से पढ़े गए छात्रों को फाइनेंशियल सर्विसेस सेक्टर में नौकरियों के लिए तैयार किया जाता है। इससे उनके करियर को सही दिशा मिलता है |

 

9. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स

English: Digital Marketing Courses

Duration: 6 months - 1 year

Details: कोर्स भी आज के डिजिटल युग में विशेषरूप से पेश किया जाता है जो भारतीय छात्रों को बहुत पसंद आता है। इसमें आपको SEO, SEM, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट और अन्य ऑनलाइन मार्केटिंग तकनीकों के बारे में सिखाया जाता है। यह कोर्स छात्रों को डिजिटल वर्ल्ड में करियर बनाने के लिए तैयार करता है।

 
10. बैचलर ऑफ डिजाइन (B.Des)

English: Bachelor of Design

Duration: 3 - 4 years

Details: B.Des एक क्रिएटिव कोर्स है, जिसमें छात्रों को फैशन, इंटीरियर, ग्राफिक्स, और अन्य डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाता है। जो छात्र क्रिएटिव और इनोवेटिव सोच रखते हैं, उनके लिए यह कोर्स आदर्श है। आप बी.डेस के बाद डिज़ाइनिंग इंडस्ट्री में कैरियर बना सकते हैं।


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